Pushpak Express:एक तरफ पुल दूसरी तरफ ट्रेन, अफवाह ने कैसे ले ली 12 लोगों की जान? जानें सबकुछ

Pushpak Express: ट्रेन जैसे ही 5 बजकर 47 मिनट पर जलगांव के परांडे स्टेशन के पास पहुंची, वैसे ही हादसे का शिकार हो गई. कहा जा रहा है कि ट्रेन में आग लगने की

Jan 22, 2025 - 21:30
Jan 25, 2025 - 21:06
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Pushpak Express:एक तरफ पुल दूसरी तरफ ट्रेन, अफवाह ने कैसे ले ली 12 लोगों की जान? जानें सबकुछ

Pushpak Express: महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार की शाम एक भयंकर ट्रेन दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। यह हादसा मुंबई से लगभग 400 किमी दूर पचोरा के पास महेजी और परधाडे स्टेशनों के बीच हुआ। लखनऊ से मुंबई के बीच चलने वाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह से मची अफरा-तफरी ने इस दुर्घटना को जन्म दिया।

कैसे हुआ हादसा?

दुर्घटना के पीछे की वजह "आग लगने" की अफवाह बताई जा रही है। पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच में 'हॉट एक्सल' या 'ब्रेक बाइंडिंग' के कारण चिंगारी उठी, जिससे कुछ यात्री घबरा गए। उन्होंने ट्रेन की चेन खींचकर गाड़ी को रोक दिया और ट्रेन से उतरकर पटरियों पर खड़े हो गए। इसी दौरान, बगल के ट्रैक से तेज गति से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस उन यात्रियों को कुचलती हुई गुजर गई।

मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता स्वप्निल नीला ने बताया, "हमारी प्रारंभिक जांच से पता चला है कि चेन पुलिंग के बाद यात्री बेतरतीब ढंग से ट्रैक पर खड़े हो गए थे। जब कर्नाटक एक्सप्रेस बगल के ट्रैक से गुजरी, तो यह भीषण हादसा हुआ।"

दुर्घटना के आंकड़े और राहत कार्य

इस दर्दनाक घटना में 12 लोगों की जान चली गई और लगभग 40 लोग घायल हो गए। घायलों को जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रेलवे अधिकारी और प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

घटनास्थल पर स्थिति बेहद भयावह थी। पटरियों पर पड़े शव, खून से लथपथ घायलों और घबराए हुए यात्रियों के दृश्य ने सबको झकझोर कर रख दिया। जलगांव सिविल अस्पताल के डीन ने बताया कि हादसे में 12 शव बरामद हुए हैं, और 40 घायलों को अस्पताल लाया गया है।

लापरवाही और जागरूकता की कमी बनी कारण

इस दुर्घटना ने एक बार फिर रेलवे सुरक्षा और यात्रियों की जागरूकता की कमी को उजागर कर दिया है। अफवाहों पर विश्वास करके ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों ने अपनी जान जोखिम में डाल दी। रेलवे के अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और ट्रेन के कर्मचारियों को तुरंत सूचित करें।

सरकार का आश्वासन

रेल मंत्री और स्थानीय प्रशासन ने घटना पर दुख जताया है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। रेलवे अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।

निष्कर्ष

जलगांव की इस भीषण ट्रेन दुर्घटना ने अनगिनत परिवारों को गहरे दर्द में डाल दिया है। यह घटना यात्रियों की सतर्कता और रेलवे सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करती है। उम्मीद है कि यह हादसा एक सीख बनेगा और भविष्य में इस तरह की त्रासदियों को टालने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।

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